NOT KNOWN FACTS ABOUT SIDH KUNJIKA

Not known Facts About sidh kunjika

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सां सीं सूं सप्तशती देव्या मंत्रसिद्धिंकुरुष्व मे।।

देवी माहात्म्यं चामुंडेश्वरी मंगलम्

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति दशमोऽध्यायः

श्री महिषासुर मर्दिनी स्तोत्रम् (अयिगिरि नंदिनि)

रात के समय ये पाठ ज्यादा फलदायी माना गया है.

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अति गुह्यतरं देवि देवानामपि दुर्लभम् ॥ ३ ॥

श्री दुर्गा अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्

ऐंकारी सृष्टिरूपायै ह्रींकारी प्रतिपालिका ।

क्रां क्रीं क्रूं कालिका देवि शां शीं शूं मे शुभं कुरु ।।

देवी माहात्म्यं चामुंडेश्वरी मंगलम्

दकारादि दुर्गा अष्टोत्तर शत नामावलि

समय का अभाव है तो नवरात्रि के नौ दिनों में सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का पाठ कर देवी की उपासना की जा सकती है. इससे पूजा और व्रत का अक्षय पुण्य प्राप्त होगा.

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